Showing posts with label राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा. Show all posts
Showing posts with label राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा. Show all posts

Wednesday, June 7, 2023

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एक महत्वपूर्ण गोपनीयता है जिसका मकसद भारतीय नागरिकों को प्रतिस्पर्धी, पोषणपूर्ण और सामरिक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाने वाला एक कार्यक्रम है जिसके तहत भारत सरकार खाद्यान्न अनुसंधान, उत्पादन, सबबंधीकरण, आपूर्ति और खाद्य संरक्षण के क्षेत्र में नीतियों को विकसित करती है।


राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लक्ष्यों में शामिल हैं:

1. प्रतिस्पर्धी और सुरक्षित खाद्य आपूर्ति की सुनिश्चित करना।

2. भूखमरी और पोषण की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना।

3. कृषि और खाद्य संबंधित उद्योगों को समर्थन प्रदान करना।

4. खाद्य उत्पादन के लिए संसाधनों का सुरक्षित और सतत उपयोग करना।

5. किसानों की आय को बढ़ाना और खेती को उन्नत करना।


राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने अनेक नीतियां और कार्यक्रम शुरू किए हैं जैसे कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मिड-डे मील योजना आदि। इन नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से भारत सरकार खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठिनाइयों का सामना कर रहे लोगों की मदद कर रही है।


बुनियादी खाद्य सुरक्षा के पांच मुख्य आधार हैं:


1. उपज की सुरक्षा: इसमें उचित मौसम और जलवायु परिस्थितियों में उच्च गुणवत्ता वाली उपज के लिए संगठित कृषि व्यवस्था, मृदा संरक्षण, जल संरक्षण, बीज संरक्षण, खेती की तकनीक, उन्नत जैविक खेती, बागवानी, पशुपालन आदि कार्यक्रम शामिल होते हैं। इससे कृषि उत्पादन बढ़ता है और खाद्य संसाधनों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।


2. पहुंच की सुरक्षा: यह सुनिश्चित करता है कि खाद्य उत्पादों को उचित समय पर उचित स्थान पर पहुंचाया जा सके। इसमें खाद्य लागत, अधिकारीकरण, भंडारण, भंडारण संरक्षण, वितरण और लॉजिस्टिक्स कार्यक्रम शामिल होते हैं।


3. उपयोग की सुरक्षा: इसका मकसद है खाद्य सामग्री की सुरक्षित उपयोगिता को सुनिश्चित करना।


खाद्य सुरक्षा कई मानदंडों और नीतियों को सम्मिलित करती है। यह निम्नलिखित महत्वपूर्ण पहलुओं पर आधारित होती है:

1. खाद्य उत्पादन: खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है कि देश में पर्याप्त मात्रा में उचित गुणवत्ता वाले खाद्य उत्पादन होना चाहिए। इसके लिए कृषि विकास, जल संरक्षण, मृदा संरक्षण, बागवानी, पशुपालन और उच्च गुणवत्ता वाले बीजों के विकास पर ध्यान दिया जाना चाहिए।


2. खाद्य पहुंच: खाद्य सुरक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा उचित खाद्य पहुंच है, जिसका अर्थ है कि खाद्य सामग्री को उचित समय पर उचित स्थान पर पहुंचाया जाना चाहिए। इसमें खाद्य लागत, अधिकारीकरण, भंडारण, वितरण, लॉजिस्टिक्स, रेलवे और सड़क परिवहन कार्यक्रम शामिल होते हैं।


3. खाद्य सुरक्षा संरक्षण: खाद्य सामग्री की सुरक्षा और संरक्षण महत्वपूर्ण है। इसमें भंडारण, भंडारण संरक्षण, पदार्थ सुरक्षा, उचित स्वच्छता, संचय



👉Join Our Fb group👈


👉Join telegram👈


👉Join Watsapp👈



Most Recent Posts

Popular Posts

Jobs By Education

Jobs By State

Disclaimer

Disclaimer: we are stating recruitrrs we are onliy sharing tha occupations availabel in different expected government alliance and comparably as private comanies. on clicking tha joins , you will be dirceted to the companys wesbite we aew not secured with any time of recrutement wishing all of you achievement in your activity searce. we won't collect cash either from operators or director we making monye through google notice copiright